रोहित शर्मा ने जो सही निर्णय समझा, उसे स्वीकार कर लिया और इस प्रक्रिया में उन्होंने विराट कोहली के सुझाव को नजरअंदाज कर दिया।
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा और उनके पूर्ववर्ती विराट कोहली गुरुवार को पुणे में न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट के पहले दिन एक-दूसरे से सहमत नहीं हुए।
रोहित शर्मा और विराट कोहली के बीच की नजदीकियां अक्सर क्रिकेट प्रशंसकों और विश्लेषकों के बीच चर्चा का विषय रही हैं
ऐसे उदाहरण जहां रोहित ने सार्वजनिक रूप से कोहली को नजरअंदाज किया है या उनसे बातचीत नहीं की है, उसकी विभिन्न तरीकों से व्याख्या की जा सकती है।
हालांकि दोनों ही बेहतरीन खिलाड़ी हैं और अलग-अलग समय पर भारतीय क्रिकेट टीम का नेतृत्व कर चुके हैं, लेकिन मीडिया में ऐसे कई उदाहरण आए हैं जहां ऐसा प्रतीत होता है कि उनके बीच अच्छे संबंध नहीं हैं।
रोहित शर्मा आधुनिक क्रिकेट के सबसे प्रमुख क्रिकेटरों में से एक हैं, जो अपनी शानदार बल्लेबाजी शैली और नेतृत्व गुणों के लिए जाने जाते हैं।
रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट में खुद को एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में स्थापित किया है, जो विशेष रूप से अपनी तकनीक, स्वभाव और लंबी पारी खेलने की क्षमता के लिए जाने जाते हैं।
जब भारत को रवींद्र जडेजा की गेंद पर डेवोन कॉनवे के खिलाफ डीआरएस लेने या न लेने का निर्णय लेना था, तो कोहली और रोहित के बीच मतभेद था।
हालांकि रोहित शर्मा और विराट कोहली के बीच संबंध जटिल हैं और विभिन्न कारकों से प्रभावित हैं, लेकिन टीम में उनके योगदान और उनके व्यक्तिगत प्रदर्शन पर ध्यान देना महत्वपूर्ण है।