सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाई) 2.0 की शुरुआत की है, जो आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों और मध्यम वर्ग के परिवारों को आवास के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करती है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना के दूसरे चरण की शुरुआत कर दी है।
(पीएमएवाई 2.0) का उद्देश्य शहरी क्षेत्रों में आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों (ईडब्ल्यूएस) और मध्यम वर्ग के परिवारों को आवास के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करना है।
केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा अनुमोदित इस योजना का उद्देश्य 1 लाख नए घर बनाना है, जिसमें प्रत्येक लाभार्थी को 2.30 लाख रुपये की वित्तीय सब्सिडी मिलेगी।
पीएमएवाई आधुनिक और लागत प्रभावी निर्माण प्रौद्योगिकियों के उपयोग को प्रोत्साहित करता है, जिससे घर टिकाऊ, पर्यावरण अनुकूल और किफायती बनते हैं।
प्रधानमंत्री आवास योजना समाज के विभिन्न वर्गों को लक्षित करती है, विशेषकर उन लोगों को जिनके पास अपना घर नहीं है और जो आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग से संबंधित हैं।
सरकार आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस), निम्न आय वर्ग (एलआईजी) और मध्यम आय वर्ग (एमआईजी) के व्यक्तियों को गृह ऋण पर ब्याज सब्सिडी प्रदान करती है, जिससे उन्हें अपना घर खरीदने, निर्माण करने या नवीनीकरण करने में मदद मिलती है।
पीएमएवाई शहरी (पीएमएवाई-यू) शहरों और कस्बों में रहने वाले शहरी गरीबों को किफायती आवास उपलब्ध कराने पर केंद्रित। (पीएमएवाई-जी) ग्रामीण क्षेत्रों पर लक्षित, गांवों और दूरदराज के क्षेत्रों में गरीबों के लिए आवास उपलब्ध कराना।