हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी के दिन खाटू श्याम जी का जन्मदिवस मनाया जाता है। इस दिन लोग देवउठनी एकादशी का व्रत भी रखते हैं। इस साल खाटू श्याम जी के जन्मदिवस की तिथि 12 नवंबर 2024 है।

बाबा श्याम के जन्मोत्सव मेले में देशभर से हजारों श्रद्धालु श्याम दरबार में आते हैं। इस वर्ष बाबा के जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में कार्तिक महोत्सव मनाया जा रहा है।

मंदिर समिति की ओर से बाबा श्याम का श्रृंगार बेंगलुरु, दिल्ली व अन्य स्थानों से लाए गए रंग-बिरंगे फूलों से किया जाएगा। इस बार बाबा बालक रूप में भक्तों को दर्शन देंगे।

इस बार मंदिर के मुख्य द्वार पर ही श्रद्धालु बाबा श्याम और श्रीनाथजी के दर्शन कर सकेंगे। कार्तिक मेले की पूर्वसंध्या पर मुख्य द्वार को श्रीनाथजी की शैली में बनाया गया है।

श्री श्याम मंदिर समिति के अध्यक्ष पृथ्वी सिंह चौहान द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, बाबा खाटू श्याम का जन्मोत्सव 12 नवंबर को कार्तिक मास की एकादशी तिथि को बड़ी धूमधाम से मनाया जाएगा।

जिला सरकार और पुलिस विभाग ने बाबा खाटूश्यामजी के कार्तिक मेले की प्रत्याशा में श्रद्धालु सुविधाओं, यातायात और सुरक्षा के लिए भी मजबूत योजनाएं तैयार की हैं।

कार्तिक मेले के दौरान बाबा श्याम के भक्त रात दस बजे तक लगातार दर्शन कर सकेंगे। हालांकि, श्रृंगार और भोग के दौरान बाबा के भक्त कुछ देर के लिए दर्शन नहीं कर सकेंगे। इसके अलावा बाबा श्याम के अनुयायियों को रात दस बजे तक ही दर्शन की अनुमति होगी।

चेन स्कैनिंग और सुरक्षा उपायों को ध्यान में रखते हुए, मेले के आसपास महत्वपूर्ण स्थानों जैसे हनुमानपुरा मोड, 52 बीघा पार्किंग, खाटूश्यामजी के मंडा रोड और लखदातार मेला ग्राउंड पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे।

श्याम कुंड में महिलाओं का प्रवेश वर्जित है, कांच की बोतलों में इत्र बेचना भी प्रतिबंधित है। साथ ही उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।