दिवाली, जिसे दीपावली के नाम से भी जाना जाता है, हिंदू धर्म में सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है, जिसे भारत और दुनिया भर में लाखों लोग मनाते हैं।
दिवाली का त्यौहार आम तौर पर पांच दिनों तक चलता है और आमतौर पर चंद्र कैलेंडर के आधार पर अक्टूबर और नवंबर के बीच आता है।
दिवाली अंधकार पर प्रकाश की, अज्ञान पर ज्ञान की, तथा बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है।
यह त्यौहार विभिन्न किंवदंतियों से जुड़ा हुआ है, जिनमें सबसे प्रमुख है राक्षस राजा रावण को हराने के बाद भगवान राम का अयोध्या वापस लोटे था
पहले दिन से त्योहार की शुरुआत होती है। लोग अपने घरों की सफाई करते हैं और सौभाग्य लाने के लिए नए बर्तन या सोना खरीदते हैं।
लोग रंगीन पाउडर, चावल या फूलों का उपयोग करके फर्श पर रंगीन आकृतियाँ बनाते हैं, तथा मेहमानों और देवताओं का स्वागत करते हैं।
दूसरा दिन भगवान कृष्ण द्वारा राक्षस नरकासुर को हराने की याद में मनाया जाता है। लोग अक्सर दीये जलाते हैं और पटाखे फोड़ते हैं।
दिवाली का त्यौहार सब लोग बड़े ही धूम धाम से मनाते हैं इस दिन सब लोग खुशियाँ मनाने के लिए इस दिन पटाखे भी जलाते हैं
परिवार विभिन्न प्रकार की मिठाइयाँ और नमकीन व्यंजन बनाते हैं, तथा उन्हें मित्रों और रिश्तेदारों के साथ बांटते हैं। दिवाली के दौरान उपहारों और मिठाइयों का आदान-प्रदान आम बात है, जिससे सामाजिक बंधन मजबूत होते हैं।